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सिद्धिविनायक महागणपती मंदिर टिटवाळा |
स्थान: - टिटवाळा, महाराष्ट्र में कल्याण के पास एक छोटा सा शहर है। यह मुंबई से 50 किलोमीटर के दूरी पर स्थित है।
मुख्य देवता: - यह मंदिर कल्याण क्षेत्र के आसपास सबसे ज्यादा दौरा किये जाने वाले मंदिर में से एक है और भगवान गणेश के श्री सिद्धिविनायक महागणपति स्वरूप के लिए प्रसिद्ध है। यह एक स्वयंभू (स्वयं प्रकट) मूर्ति है
वास्तुकला: - मंदिर कालू नदी के पास बनाया गया है और पेशवा के शासन के दौरान बनाया गया है।
यह 11 वीं सदी में निर्माण किया गया है और यहाँ वास्तुकला के हेमदपंती शैली का अनुसरण किया गया है ।
मंदिर बहुत पुराना है लेकिन अच्छी तरह से बहाल रखा है। हालांकि, मंदिर को जाने वाली सड़क बुरी हालत में हैं।
मंदिर से सटा एक तालाब भी है, जहा नौका विहार कर सकते हैं । मंदिर परिसर में रंगभूमि के साथ एक बगीचा भी है।
मंदिर बहुत प्रसिद्ध है और भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इसीलिए प्रबंधन को सुव्यवस्थित रखने के लिए इस्पात के बाड़ स्थापित किया है।
मंदिर में दो मंजिल है।निचले स्तर पर देवता की मूर्ती स्थापित है औरयहाँ भक्त संगमरमर का फर्श पर बैठते हैं औरअपनी प्रार्थना कर सकते है। प्रदक्षिणा ऊपरी स्तर पर है। यहाँ से निचले स्तर पर देवता को देखा जा सकता है। देखने के लिए खुली खिड़कियां है। सत्यनारायण पूजा के लिए मंडप से भरा एक कक्ष भी यहाँ स्थित है। एक छोटा सा दान देकर सत्यनारायण पूजा किया जा सकता है।
मुख्य गर्भगृह में गणपति के वाहन , चूहे के लिए एक विशेष मंदिर है। भक्त मानते है की आप चूहों के कान में अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं, तो वह इच्छा भगवान गणेश तक पोहोच कर पूरी हो जाती है।
मंदिर के पीछे धर्मशाला (गेस्ट हाउस) और एक मंगलकार्यालय (विवाह हॉल) भी उपलब्ध हैं।
विशेषता: - ऋषि कण्व ने सबसे पहले इस मंदिर में देवता को स्थापित किया था । झील के निर्माण के दौरान यह मूर्ती गायब हो गई । बाद में माधवराव पेशवा ने मंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य पूर्ण किया । गणेश जी के अलावा, शिवलिंग रूप में भगवान शिव के लिए एक और तीर्थ है।
पौराणिक कथा के अनुसार महान राजा दुष्यंतने इसी मंदिर में शकुंतला से विवाह किया था ।
त्योहारों / प्रार्थना: - इस मंदिर में सभी मुरादें पूरी होती है। इसीलिए इसे जागृत गणेश मंदिर के रूप में जाना जाता है।लोग मानते है की भगवन विवाह में संघर्ष को हल कर सकते है।
भक्त यहाँ अष्टविनायक दौरे के एक भाग के रूप में इस मंदिर की यात्रा करते है ।
पूजा करने के लिए सबसे अच्छा समय प्रातः काल या 4 बजे के बाद देर शाम में है। मंदिर चतुर्थी और संकष्टी के दिनों पर भक्तो से भरा रहता है।
दिशा निर्देश :-
रेल मार्ग : - यह मंदिर मुंबई में मध्य रेलवे के स्थानीय टिटवाळा स्टेशन से 2 किमी दूर है।
सड़क मार्ग: - बसों, निजी वाहनों या टैक्सियों से टिटवाळा पोहोच सकते हैं। यह जगह अच्छी तरह से ठाणे और कल्याण के आस-पास के क्षेत्रों से जुड़ा हुआ है।
वायु द्वारा: - मुंबई हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है।
समय: - सुबह 5 बजे 1 बजे और दोपहर 2 बजे से 9 बजे तक
निकटवर्ती स्थान:-
विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर
छवि सौजन्य: - TripAdvisor
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