श्री गणेश जिनका शीश मनुष्य का है - कूटनूर शिव मंदिर , कुम्बकोणम
कूटनूर अपने सरस्वती मंदिर के लिए जाना जाता है जिसे कवि ओट्टकुठार ने बनवाया था। पर यह लेख कूटनूर के शिव मंदिर के बारे में है जो सरस्वती मंदिर के पहले बना था। इस मंदिर को आदि विनायक मंदिर भी कहते है - यह एकमेव ऐसा मंदिर है जहा गणपति का शीश मनुष्य का है।
पुराणो के अनुसार, श्री राम ने अपने पूर्वजो के लिए पूजा की थी। आज भी भक्त यहाँ अपने पूर्वजो की पूजा करते है। इस स्थान को तिलतर्पणापुरी (तिल + तर्पण+ पूरी ) के नाम से जानते है।
सरस्वती मंदिर भ्रमण करने वाले लोग इस मंदिर का भ्रमण भी करते है।
translated by Ananya
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EmailId :southindiavacation@yahoo.com
कूटनूर अपने सरस्वती मंदिर के लिए जाना जाता है जिसे कवि ओट्टकुठार ने बनवाया था। पर यह लेख कूटनूर के शिव मंदिर के बारे में है जो सरस्वती मंदिर के पहले बना था। इस मंदिर को आदि विनायक मंदिर भी कहते है - यह एकमेव ऐसा मंदिर है जहा गणपति का शीश मनुष्य का है।
पुराणो के अनुसार, श्री राम ने अपने पूर्वजो के लिए पूजा की थी। आज भी भक्त यहाँ अपने पूर्वजो की पूजा करते है। इस स्थान को तिलतर्पणापुरी (तिल + तर्पण+ पूरी ) के नाम से जानते है।
सरस्वती मंदिर भ्रमण करने वाले लोग इस मंदिर का भ्रमण भी करते है।
गणेश जिनका शीश मनुष्य का है |
कूटनूर शिव मंदिर कुम्बकोणम
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गणेश जिनका शीश मनुष्य का है प्रवेश
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आष्टा भुज दुर्गा
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Lord Ganesha Adi Vinayak |
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