आर्ट ऑफ़ लिविंग - जीने की कला लोगो को तनाव कल्याण, योग, सांस लेने और ध्यान के अभ्यास से राहत दिलती है। यह एक खुशी का कार्यक्रम माना जाता है। वे मन के प्रबंधनों और क्रोध पर नियंत्रण में मदद करते हैं।
इस कार्यक्रम में समुदाय में नि: स्वार्थ सेवा प्रोत्साहित करते हैं। इस कोर्स की विचारधारा यह है की मन को मुक्त बनाये और अपने आप को समझे।
आर्ट ऑफ़ लिविंग फाउंडेशन के लोगोंके अनुसार आज की दुनिया में , मनुष्य का मन विभिन्न भौतिकवादी और सांसारिक मांगों से विचलित है। ऐसी स्थिति में इन मांगों से अपने आप को मुक्त और मन और शरीर पर नियंत्रण हासिल करने के लिए समय लेना आवश्यक है।
इस कार्यक्रम का पूरा लाभ केवल इन क्रियाओं को प्रतिदिन दोहराने और अभ्यास करने से ही मिलता है।आजकल, जीवन जीने की कला के कार्यक्रम भारत ही नही बल्कि दुनिया भर में तेजी से प्रसिद्ध हो रहे हैं ।
बेंगलुरु में स्थित ध्यान करने की शांतिमय जगह। इस स्थान का प्रवेश नि: शुल्क है तथा यहाँ के लोगो को भोजन भी निःशुल्क दिया जाता है। इसी परिसर में एक जैविक कृषि का क्षेत्र भी है।
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आर्ट ऑफ़ लिविंग की आश्रम के अंदर सुंदर तालाब |
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आर्ट ऑफ़ लिविंग की आश्रम |
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जैविक कृषि का क्षेत्र, आर्ट ऑफ़ लिविंग की आश्रम |
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आर्ट ऑफ़ लिविंग की आश्रम में ध्यान कमरे |
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बगीचा, आर्ट ऑफ़ लिविंग की आश्रम |
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