शीतला देवी मंदिर , लखनऊ , उत्तरप्रदेश

स्थल  - लखनऊ को रामायण के काल में लक्ष्मणपुरी के नाम से जाना जाता था।  यह मानते है की इस शहर का निर्माण श्री राम के भाई श्री लक्ष्मण ने किया है।
माता शीतला देवी 


मुख्य देवता  - माँ शीतला देवी शक्ति का रूप है।  वे माँ दुर्गा और पारवती का अवतार है।

विशेषताए  - इस मंदिर को आक्रमणकारियों ने नष्ट  कर दिया था।  सदियों बाद ,एक स्थानीय व्यापारी , द्वारा अपनी पुनरावस्था में  लाया गया। उन्होंने पास में एक पानी के तालाब में देवी की मूर्ति पायी जो अब इस मंदिर में स्थापित है।

मंदिर के दरवाजे पर दो शेरो  मूर्तियां हैं । प्रवेश द्वार पर भी एक शेर बना हुआ है ।

श्री टिकत राय , जो लखनऊ के नवाब के दीवान रह चुके थे , मंदिर के निर्माण का कार्यभार संभाला।  उन्होंने मंदिर के साथ ही उसके निकट एक तालाब भी बनवाया।  इस तालाब में उतरने के लिए कुछ सीढ़िया नीचे तक जाती है।  आज तक इस तालाब को श्री टिकट राय का तालाब बुलाया जाता है।

त्यौहार/समारोह - इस मंदिर में सबसे ज्यादा नवविवाहित जोड़े आते है।  शीतला देवी से आशीर्वाद प्राप्त करना विवाह के लिए शुभ होता है।  नवजात शिशुओ को भी माँ-बाप इस मंदिर में पूजा करवाने ले आते है। लोगो का यह भी मानना है की शीतला माता रोगो से मुक्ति दिलाती है। उन्हें रोगो से उन्मूलन दिलाने वाली देवी , विशेष रूप से चेचक के रोग से मुक्ति दिलाने वाली देवी के रूप में माना जाता है।

होली के समय होने वाले "आठो का मेला " के लिए भी यह स्थान एक प्रमुख पर्यटन आकर्षण है।

शीतल अष्टमी (होली के आठवे दिन ) यहाँ एक प्रमुख त्योहार है। इस त्योहार की विशेषता यह है की इस दिन पर , देवी को बासी प्रसाद परोसा जाता है।


कालावधि  - सुबह ५ से रात ९ बजे तक

दिशा निर्देश  -
सड़क मार्ग - लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है । यह स्थान सड़कों से  अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं।
हवाई अड्डे से - निकटतम हवाई अड्डा चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है  (10 किमी)
बस द्वारा - सार्वजनिक परिवहन की बसे  आगरा , कानपुर और दिल्ली जैसे सभी प्रमुख शहरों को इस जगह से जोड़ती है  ।
ट्रेन द्वारा - निकटतम रेलवे स्टेशन लखनऊ रेलवे स्टेशन है (4 किलोमीटर)

आस पास के स्थान  -
टिकैत राय का तालाब
बड़ा इमामबाड़ा
शाह नजफ इमामबाड़ा
कैसरबाग पैलेस
मनकामेश्वर मंदिर

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