वन में रहस्यमई अगस्त्य का मंदिर
अगस्त्य कूडम का अगस्त्य मला एक पर्वत का शिखर है जो केरल के नेय्यर वन्यजीव अभ्यारण्य में स्थित है। ये एक जनप्रिय स्थल है पर बोहोत से लोग यह नहीं जानते की संत अगस्त्य का तीर्थस्थल यहाँ स्थित है।
इस शिखर का नाम संत अगस्त्य के नाम पर पड़ा जो पश्चिम की घाटियों में रहते थे और तमिल भाषा का निर्माण करने वाले संत थे। का दर्शन साल में केवल ही कर सकते है। तिरुवनंतपुरम के बोनकौड़ से २८ किमी पर है। केरल के वन्यजीव विभाग से अनुमति लेकर यहाँ आया जाता है। यहाँ की भूमि उबरखाबड़ है और यहाँ आने के लिए मार्गदर्शक की आवश्यकता होती है।
पर्वत के शिखर पर संत अगस्त्य की मूर्ती है। यह मूर्ती किसने स्थापित की या बनवाई किसीको ज्ञात नहीं है। लोग यहाँ खुद ही पूजा करते है। यह स्थान हरे भरे वन के बीच है और यहाँ भ्रमण करना स्वास्थ के लिए अनुकूल है।
अगस्त्य कूडम का अगस्त्य मला एक पर्वत का शिखर है जो केरल के नेय्यर वन्यजीव अभ्यारण्य में स्थित है। ये एक जनप्रिय स्थल है पर बोहोत से लोग यह नहीं जानते की संत अगस्त्य का तीर्थस्थल यहाँ स्थित है।
इस शिखर का नाम संत अगस्त्य के नाम पर पड़ा जो पश्चिम की घाटियों में रहते थे और तमिल भाषा का निर्माण करने वाले संत थे। का दर्शन साल में केवल ही कर सकते है। तिरुवनंतपुरम के बोनकौड़ से २८ किमी पर है। केरल के वन्यजीव विभाग से अनुमति लेकर यहाँ आया जाता है। यहाँ की भूमि उबरखाबड़ है और यहाँ आने के लिए मार्गदर्शक की आवश्यकता होती है।
पर्वत के शिखर पर संत अगस्त्य की मूर्ती है। यह मूर्ती किसने स्थापित की या बनवाई किसीको ज्ञात नहीं है। लोग यहाँ खुद ही पूजा करते है। यह स्थान हरे भरे वन के बीच है और यहाँ भ्रमण करना स्वास्थ के लिए अनुकूल है।
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Agasthya Koodam Agastya Temple - Vazhichal TN |
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