यादगिरी गुट्टा नरसिंह मंदिर

यादगिरी गुट्टा नरसिंह मंदिर 

यादगिरी गुट्टा का अर्थ है गिरी = पर्वत और गुट्टा = छोटा पहाड़।  यह स्थान नलगोंडा जिले में तेलंगाना में स्थित है। इस स्थान का नरसिंह मंदिर है और छुट्टी के दिनों में तथा सप्ताह के अंत में यहाँ अनेको भक्त आते है। 

मुख्य देवता - नरसिंह स्वंय यहाँ के मुख्य देवता है जो विष्णु के अर्ध पुरुष तथा अर्ध सिंह का अवतार है।  यहाँ इन्हे लक्ष्मीनारायण स्वंय भी कहा जाता है। 

विशेषताए  –  इस मंदिर का उल्लेख स्कन्द पुराणो में किया गया है।  मंदिर के इतिहास के अनुसार श्री विष्णु यदश्री नाम के एक संत के स्वप्न में पधारे और अपने ५ रूपों में दर्शन दिया - ज्वाला , योगानंद , गण्डभेरुण्ड , उग्र और लक्ष्मी नरसिंह। इन्हे पांच नरसिंह कहा जाता है। यदश्री भगवान को अकेले नहीं देखना चाहते थे इसीलिए नरसिंह को महालक्ष्मी के साथ लक्ष्मीनारसिंह के रूप में दर्शन दिया। 

वास्तुशैली  – मंदिर में मुख्य द्वार पर एक हनुमान मूर्ती है।  उन्हें क्षेत्र पालक कहा जाता है।  इस मंदिर का गर्भगृह एक गुफा में स्थित है। मंदिर का ज्यादातर भाग गुफा ही है।  ठीक ऊपर सुदर्शन चक्र है।  मुख्य द्वार एक ढलान बनाता है इसलिए भक्तो को सर झुका कर ही अंदर आना पड़ता है। 

गुफा की दीवारो पर नरसिंह रूप के अनेको चित्र है। 

समारोह/त्यौहार  –
यह मंदिर संतो तथा ऋषिओ के लिए आराधना क्षेत्र है। 
प्रति वर्षा यहाँ ब्रह्मोत्सव मनाते  है। 
२८ अप्रैल को नरसिंह जयंती मनाई जाती है। 
तिरुपति मंदिर की तरह भक्त यहाँ अपने केश अर्पण करते है।  लोगो का मानना है की देव यहाँ कला जादू , वशीकरण तथा ग्रहो के प्रभाव हटा सकते है। 

संपर्क –
दूरध्वनी : 08685 – 236623

मंदिर दौरे की कालावधि : सुबह ४ से रात ९:३० तक 

दिशा निर्देश : यादगिरी गुट्टा हैदराबाद से ६० किमी पर है और रोड तथा रेल से आसानी से यात्रा की जा सकती है।  हैदराबाद और सिकंदराबाद से बसे उपलब्ध है।  पास का रेलवे स्थानक रैगिरी (६ किमी) है जिसके बाद ऑटो से इस मंदिर की ओर जा सकते है। 


यादगिरी गुट्टा नरसिंह मंदिर 

यादगिरी गुट्टा नरसिंह मंदिर 
translated by Ananya

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