किरातेश्वर महादेव मंदिर - सिक्किम

स्थल  - किरातेश्वर महादेव मंदिर - सिक्किम में रंगीत नदी के पास लेगशिप में स्थित है।  एक छोटा सा पल मुख्य रस्ते से मंदिर को जोड़ता है।

इतिहास  -  माना जाता है की यह वही स्थान है जहा महाभारत के युद्ध से पहले महादेव शिव ने आकर अर्जुन को आशीर्वाद दिया था।

मुख्य देवता  - यहाँ शिव जी अपने लिंग स्वरुप में है और स्वयंभू प्रकट हुए है।  आज तक केवल शिवलिंग ही यहाँ पूजा जाता है।  शिव के साथ ही देवी दुर्गा और श्री राम के भी पावन स्थल यहाँ है।

किरातेश्वर महादेव मंदिर
किरातेश्वर महादेव मंदिर
विशेषताए  - भक्तो का यह मानना है की इस एक मंदिर की यात्रा चार धाम की यात्रा का पुण्य दिलाती है।  भक्त यहाँ अन्य मनोकामनाओ के साथ ही साथ संतान पर्पटी के लिए पूजा करते है। इस मंदिर में प्रार्थना करने से २ जीवोनो तक शिव जी की कृपा रहती है।

त्यौहार - जनवरी के महीने में शिवरात्रि का समारोह किया जाता है।  बल चतुर्दसी जो नवंबर-दिसंबर के महीने में आती है भी यहाँ के मुख्य त्योहारो में से है।

भक्तो के रहने के लिए गेस्ट हाउस है।

पूजा यहाँ वैदिक परम्पराओ से की जाती है।  कभी कभार भक्त मंदिर के बहार खड़े, अनुष्ठान की पूर्ती की प्रतीक्षा करते है। अनुष्ठान होते ही वे अंदर जा सकते है।  प्रति दिन सुबह शाम आरती की जाती है।

कालावधि  - प्रातः ६ से शाम ७ तक

दिशा निर्देश  - यह मंदिर पेल्लिंग से ४ किमी पर है और गेजिंग-पेल्लिंग मार्ग पर स्थित है।  गेजिंग और पेमायंगत्से तथा सिलीगुड़ी (असम) के शहरों से यहाँ आसानी से जा सकते है।

Image Courtesy - Wikipedia images

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