स्थान - आंध्र प्रदेश में स्थित अहोबिलाम , भगवान नरसिंह के लिए मुख्य पवित्र स्थानों में से एक है । यह जगह आंध्र के कुरनूल जिले से 140 किलोमीटर में स्थित है। यह तीर्थ स्थान पूर्वी घाट में पहाड़ियों के बीच स्थित है।
इतिहास : - कुछ पुराणों के अनुसार, अहोबिलाम वो स्थान है जहा भगवान नरसिंह भक्त प्रहलाद को आशीर्वाद दिया और दानव हिरण्यकशिपु का विनाश हुआ । एक लंबा पहाड़ (नीचे चित्र देखें) है जिसे मन जाता है की भगवान नरसिंह इसी से उभरे। यह पहाड़ रुपी स्तम्भ हिरण्यकशिपु के शाही महल का स्तंभ माना जाता है । इस मंदिर में भगवान के 9 अलग अलग रूपों की पूजा की जाती है इसीलिए यह नव नरसिम्हा क्षेत्रं का एक हिस्सा है ।
प्रहलाद दानव राजा हिरण्यकशिपु का पुत्र था। भगवान में उनका अटूट विश्वास, विशेष रूप से भगवान विष्णु की भक्ति , उसके पिता को नाराज कर देती । एक दिन हिरण्यकशिपु ने अपने बेटे को मारने का फैसला किया । प्रहलाद श्री विष्णु को पुकारने लगा और अपने भक्त की वाणी सुनने पर भगवान विष्णु ने नरसिंह (आधा आदमी आधा शेर ) स्वरुप में खुद को प्रकट किया ।वे महल के एक स्तंभ से उभरे और हिरण्यकशिपु को मार डाला।
 |
अहोबिलाम भगवान नरसिंह मंदिर |
 |
अहोबिलाम पहाड़ |
 |
अहोबिला नरसिंह मंदिर गोपुरम |
विशेषताए : मंदिर अहोबिला नरसिंह को समर्पित है जो यहाँ बैठे हुए स्थिति में उपस्थित है ।
यह मंदिर 108 दिव्य देसम का एक हिस्सा है ।
यहाँ भगवान उनकी सहचरी लक्ष्मी के साथ है जिन्हे संजुलक्ष्मी बुलाया जाता है
पुराणों के अनुसार नरसिंह के 9 रूप है । इन सभी अभिव्यक्तियों के लिए यहाँ मंदिर है ज्वाला, मलोला, क्रोध , कारंजा , भार्गव, योगानंद ,क्षत्रावता और पवन नरसिंह
वास्तविक रूप से मंदिर एक गुफा संरचना है। इसलिए, मंदिरों में से कुछ को एक चट्टानी इलाके के द्वारा पहुँचा जा सकता है।
मंदिर को निचले (लोअर) और ऊपरी (अपर) हिस्से में बांटा गया है । योगानंद , क्षत्रावता और भार्गव नरसिंह स्वामी के लिए निचले अहोबिलाम में स्थल है और बाकी ऊपरी अहोबिलाम में हैं।
 |
अहोबिला नरसिंह मंदिर परिवेश |
 |
अहोबिला मंदिर के स्तंभ |
 |
अहोबिला नरसिंह मंदिर मुख्यद्वार |
 |
अहोबिला मंदिर के लिए कदम |
 |
अहोबिला नरसिंह मंदिर गोपुरम शीर्ष दृश्य | | |
 |
मंदिर के रास्ते |
 |
अहोबिलाम मंदिर |
 |
अहोबिलाम गुफा में देवता |
 |
पहाड़ पर भक्त |
 |
अहोबिलाम नरसिंह भगवान |
 |
मंदिर के चट्टान |
 |
अहोबिलाम मंदिर गोपुरम |
त्यौहार : फरवरी तथा मार्च के महीने में ब्रह्मोसतव मनाया जाता है .
पता :-Ahobilam 518 545, Kurnool District, A.P
संकेत स्थल :-
Welcome to Sri Ahbila Muth Portal
दूरध्वनी :- 08519 – 252 025
मंदिर दौरे की कालावधि :
निचला अहोबिलाम : 6 AM - 2:30 PM and 5 PM - 8 PM
अन्य मंदिर : 6 AM - 1 PM and 3 PM - 5:30 PM
दिशा निर्देश :-
सड़क मार्ग :- नांदयाल,कुर्नूल और हैदराबाद से नियमित बसे चलती है।
निकटतम हवाई अड्डा :-हैदराबाद
ट्रैन से :- निकटतम रेलवे स्टेशन है - नांदयाल (बंगलुरू -विशाखापटनम मार्ग) और कडप्पा (मुंबई-चेन्नई मार्ग)
कडप्पा से अल्लागड्डा तक यात्रा करनी पड़ती है जिसके बाद अहोबिलाम तक बस ले सकते है।
No comments:
Post a Comment