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श्री मणिका विनायकर अलायम मंदिर – पेरिस,फ्रांस

स्थान: – फ्रांस में पेरिस का खूबसूरत शहर सीन नदी के तट पर स्थित है। पेरिस हमेशा से एक पर्यटन स्थल के रूप में जाना गया है और हर किसी के यात्रा की सूची पर पेरिस का नाम ज़रूर  है। फ्रांस के बाकी हिस्सों की तरह, पेरिस में मुख्य रूप से कैथोलिक आबादी के लोग रहते  है। हालांकि, यहूदियों की तरह अन्य धार्मिक समुदायों, बौद्ध, मुस्लिम इत्यादि के लोगो के लिए यहाँ अपने अपने धार्मिक स्थल है। रुए पाजोल  (पाजोल मार्ग) में, श्री मणिका विनायकर अलायम मंदिर के रूप में जाना माना एक हिंदू मंदिर मौजूद है। यह मंदिर वैथिलिंगम् संदेरसेकरम  द्वारा 1985 में स्थापित किया गया था।

मुख्य देवता: – इस मंदिर में इष्टदेव श्री गणेश है। गणेश या गणपति आदिदेव  के रूप में जाना जाता है। इनकी पूजा सबसे पहले की जाती है। कोई पूजा या यज्ञ श्री गणेश को पहले सम्मान दिए बिना पूरा नहीं हो सकता  श्री गणेश के अलावा, नटराज, अय्यपन, महालक्ष्मी, दुर्गा, मुरुगन, श्री करुणारी  अम्मान, सरस्वती और महाकाली की तरह अन्य देवताओं और देवी के लिए धार्मिक स्थल हैं।

वास्तुकला: – इस मंदिर को विभिन्न मूर्तियां और भारतीय देवी देवताओं के चित्रों से सजाया है। एक ड्योढ़ी पर कर मुख्य आंगन तक जा सकते है। यह विग्रह  (मूर्तियों) पत्थर से बने  हैं। इन मूर्तियों को ममलपुरम और महाबलीपुरम  (दक्षिण भारत) से लाया गया है हैं। मूर्तियों के साथ रखे यंत्र, ज्यादातर तांबे के है और कुछ यन्त्र अलग-अलग धातुओं और रतनो से  बने हैं।

मंदिर का विमानम् (मुकुट) पर तांबे का बना कलश/कुम्भ (बर्तन) हैं। येकुम्भ 22 कैरेट सोने के साथ ढालागया है।

कोदिमाराम के रूप में जाने जाते ध्वजस्तम्भ पर भी सोना चढ़ायागया है। यह मुख्य गर्भगृह के केंद्र में निहित है।

मंदिर परिसर में एक छोटी सी दुकान है जिसमे , रूद्राक्ष , स्मृति चिन्ह, पूजासामग्री इत्यादि मिलता है। पूजा की टोकरी में पान के पत्ते, नारियल, चमेली के फूल और फल भी शामिल है।

त्योहारों / प्रार्थना: – गणेशोत्सव यहां सबसे बड़ा त्योहार है। इस 10 दिवसीय महोत्सव के दौरान विशेष पूजा की जाती है। भगवान को एक जुलूस पर बाहर ले जाया जाता है, जहां रथ पर सॉरी के समय , केसर पानी का  चारों ओर छिड़काव किया जाता है। यात्रा  9 बजे शुरू होकर  3:00 पर समाप्त होती  है। जुलूस पेरिस के 10 वें और 18 वें जिले से बाहर ले जाया जाता है।कवडी या पारंपरिक नर्तकों औरढोल बजने वाले रथ के साथ चलते  है। महिलाये अपने सिर पर जलते हुए  कपूर का बर्तन पकड़कर चलती  हैं। भक्ति गीत गाए जाते हैं और खाना भी भक्तों के बीच वितरित किया जाता है। गणेश चतुर्थी के दौरान, सडको पर नारियल फोड़ा करते हैं। दुकाने केले के पत्तों के साथ अपने तिरपाल सजाते है। इसे  शुभ माना जाता है।

इस मंदिर में  हर रोज किया तीन पूजाए होती है – सुबह 10 बजे, दोपहर 12 बजे और शाम को 7:00 बजे ।

यहाँ पर महा कुम्भ आभिषेकम्  होम (यज्ञ अनुष्ठान) विभिन्न जड़ी बूटियों और 9 अलग अलग प्रकार के लकड़ीओ के  साथ किया जाता है।

नेत्रोन्मीलन (तीसरी आंख खोलने) का अन्य समारोह है। इस समारोह के दौरान देवता के प्रसाद चढ़ाये जाते है और मंत्र जाप किये जाते हैं।माना जाता है की इस समय मंत्रोच्चार ,मूर्तियों को  दिव्य ऊर्जा प्रदान करता है।

मंदिर में विभिन्न अन्य धार्मिक सेवा उपलब्ध हैं। ये महिलाओं, बच्चों के लिए – दुर्गा होमाम, नवग्रह पूजा,मृतुन्जय जाप, स्कंद होम (दुश्मनों से छुटकारा पाने के लिए), अग्नि रुद्र होम (भगवान शिव के संरक्षण का आह्वान करने के लिए), ललिता सहस्रनाम इत्यादि इन सेवाओ में शामिल है। इस मंदिर में  हिंदू शादियों भी पर आयोजित की जा सकती है।

पता: 17 रुए पाजोल ,

दूरध्वनी : +33 140 3421 89

कालावधि : सुबह 9:30- रात 8:30 तक 

Location: 75018 Paris, France

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